400 से अधिक अनुसंधानकर्ता पुलिस पदाधिकारी होंगे हाईटेक
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कटिहार, एक संवाददाता दर्ज केस के वादियों को समय पर न्याय दिलाने के लिए पुलिस विभाग हर दिन नई रणनीति अपना रही है। अनुसंधानकत्र्ता अनुसंधान करने में किसी प्रकार बहाना नहीं बनाये और समय पर अनुसंधान पूरा कर समय पर अदालत को सभी प्रकार का दस्तावेज उपलब्ध करा सके। इसके लिए सभी अनुसंधानकत्र्ताओं को हाईटेक बनाने का प्रयास तेज हो गया है। अनुसंधानकत्र्ताओं को पुलिस विभाग द्वारा सरकारी खर्च पर लैपटॉप और एक मोबाइल मोबाइल दिया जायेगा। इस कार्य को शुरू कर दिया गया है। प्रति अनुसंधानकत्र्ताओं को लैपटॉप के लिए 60 हजार रुपये और मोबाइल के लिए 20 हजार रुपये कुल 80 हजार रुपये सरकार की ओर से दिया गया है। सभी अनुसंधानकत्र्ताओं को पुलिस अधीक्षक ने आदेश दिया है कि वह विभाग का एक पत्र प्राप्त कर लैपटॉप और एक मोबाइल खरीद लें और निर्धारित राशि से संबंधित बिल विभाग को उपलब्ध करायें। अनुसंधानकत्र्ताओं के खाता में संबंधित राशि उपलब्ध हो जायेगी।
55 वर्ष से अधिक अनुसंधानकत्र्ताओं को नहीं मिलेगा यह सुविधा
पुलिस सूत्रों के अनुसार अधिक उम्र के अनुसंधानकत्र्ताओं को लैपटॉप और मोबाइल की सूचना नहीं मिलेगी। उन्होंने बताया कि 55 वर्ष से अधिक अनुसंधानकत्र्ताओं को उक्त सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराया जायेगा। केवल 55 वर्ष से कम उम्र के और प्रशिक्षण पूरा नहीं करने वाले पुलिस पदाधिकारियों व अनुसंधानकत्र्ता को यह संसाधन उपलब्ध नहीं कराया जायेगा।
नहीं चलेगा किसी प्रकार का बहाना
वरीय पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि 55 वर्ष से कम उम्र के अनुसंधानकत्र्ताओं को हर हाल में लैपटॉप और मोबाइल खरीदने के लिए कोई बहाना नहीं चलेगा। उन्होंने बताया कि उन्हें हर हाल में लैपटॉप और मोबाइल खरीदना होगा। यदि कोई पुलिस पदाधिकारी इस सुविधा व संसाधन को प्राप्त करना नहीं चाहते हैं तो उन्हें कोर्ट के स्टांप पर लिखित रूप से हाफिडिपिट करवाकर यह लिखकर देना होगा कि उनके पास पहले से लैपटॉप और मोबाइल है और अपनी संसाधन से ही केस डायरी और सीसीटीएनएस के नियमों का पालन करते हुए अनुसंधान का सभी काम ऑनलाइन करेंगे।
घटना स्थल पर लैपटॉप पर लिखेंगे केस डायरी
सीसीटीएनएस के गाइड लाइन के अनुसार लैपटॉप प्राप्त करने के बाद सभी अनुसंधानकत्र्ताओं को घटनाओं से संबधित सभी प्रकार की जानकारी को ऑनलाइन करना होगा।साथ ही घटना स्थल पर लैपटॉप लेकर जाना होगा। साथ ही लैपटॉप पर घटना स्थल से ही केस डायरी भेजना होगा। इससे न्याय का कार्य में गति मिलेगी। वादी को समय पर न्याय मिल सकेगा।
वर्जन
जिले में करीब 400 से अधिक अनुसंधानकत्र्ताओं को लैपटॉप और मोबाइल खरीदने के लिए विभाग द्वारा पैसा दिया जा रहा है। इससे अनुसंधानकत्र्ता हाइटेक हो जायेंगे और सीसीटीएनएस के गाइडलाइन का समुचित पालन हो सकेगा। इससे अनुसंधान की गति में तेजी आयेगी। इसके लिए प्रशासनिक पहल कर दिया गया है। सभी थानाध्यक्षों को इससे संबंधित आदेश दिया गया है।
वैभव शर्मा, पुलिस अधीक्षक, कटिहार
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