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ग्रामीणों ने कहा जिला मुख्यालय का स्टेशन जमुई कब तक रहेगा उपेक्षित

बरहट ।₹ निज संवाददाता भारतीय रेल भले ही दिनों दिन विकास की रफ्तार पकड़

Newswrap हिन्दुस्तान, जमुईWed, 30 April 2025 05:51 AM
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ग्रामीणों ने कहा जिला मुख्यालय का स्टेशन जमुई कब तक रहेगा उपेक्षित

बरहट ।₹ निज संवाददाता भारतीय रेल भले ही दिनों दिन विकास की रफ्तार पकड़ रही हो किन्तु हावड़ा नई दिल्ली मुख्य रेलखंड पर अवस्थित जमुई स्टेशन आज भी उपेक्षित है। इस स्टेशन से भले ही नित्य दिन हजारों की संख्या में लोग उतरते एवं चढ़ते हों किन्तु मुख्य ट्रेन के नाम पर आज भी यहां के लोग दूसरे स्टेशन की ओर रुख करने को विवश हैं। स्थिति यह है कि दिल्ली, मुंबई तो क्या राज्य की राजधानी पटना जाने के लिए भी पर्याप्त ट्रेन नहीं है। जबकि इस स्टेशन से चार जिला के लोग नित्य सफर करते हैं ,बावजूद सुविधा के नाम पर उन्हें कुछ नहीं मिलता है। जबकि जिले की आबादी 17 लाख पार कर चुकी है।

सांसद भी ट्रेन के ठहराव की नहीं करते पहल -

ग्रामीण दिनेश यादव, मुन्ना सिंह, अभय सिंह, रंजीत पंडित, अमित सिंह,चंदन गुप्ता, बब्लू मियां सहित दर्जनों लोग कहते हैं कि अब किसी बैठक में जमुई सांसद भी जमुई स्टेशन पर पटना, दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े जगहों पर जाने के लिए ट्रेनों के ठहराव की बात नहीं करते हैं। सोमवार को महेंद्रू घाट पटना में दानापुर डिवीजनल कमिटी की बैठक आयोजित हुई थी जिसमें पूर्व मध्य रेल हाजीपुर के महाप्रबंधक सहित रेलवे के कई अधिकारी मौजूद थे।इस बैठक में जमुई सांसद अरुण भारती ने भी भाग लिया था। इन्होंने महाप्रबंधक से बरियारपुर मननपुर,नवादा लक्षमीपुर, एवं झाझा बटिया के लिए धनराशि निर्गत करने, जसीडीह रांची इंटरसिटी एक्सप्रेस को झाझा तक विस्तारित करने, 12253/54 का स्टापेज झाझा करने सहित कई अन्य मांगें की किंतु जमुई जिला मुख्यालय के स्टेशन जमुई के लिए किसी ट्रेन के ठहराव की मांग नहीं की। जबकि जिला मुख्यालय का स्टेशन होने के साथ जैन धर्मावलंबियों के लिए जमुई स्टेशन महत्वपूर्ण है। बावजूद लंबी दूरी के ट्रेनो के ठहराव की मांग नहीं करना जमुई के लोगों के लिए नाइंसाफी है। जबकि माडल स्टेशन के रूप में जमुई स्टेशन का चयन किया गया है। हां इन्होंने माडल स्टेशन के रूप में हो रहे कार्यों में तेजी लाने की बात कही है।

10 बजे पटना पहुंचने के लिए नहीं है कोई ट्रेन-

रेल यात्री दिनेश यादव, रंजीत यादव, अभय सिंह सहित कई अन्य कहते हैं कि बड़े शहर की बात छोड़ दीजिए पटना जाने के लिए भी पर्याप्त ट्रेन नहीं है। इन्होंने कहा कि आम आदमी यदि सुबह 10 बजे पटना पहुंचना चाहे तो नहीं पहुंच सकता है। कारण पटना जाने के लिए सुबह 3.33 बजे साउथ बिहार एक्सप्रेस आती है जो सुबह 6.40 बजे पटना पहुंचाती है। राजेंद्र नगर टर्मिनल तक जाने के लिए सुबह 2.48 बजे ट्रेन खुलती है जो सुबह 6.00 बजे राजेन्द्र नगर पहुंचाती है।इन ट्रेनों को पकड़ने के लिए लोगों को रात 12-01 बजे अपने घरों से निकलना पड़ता है। सुबह 08.19 बजे पटना हटिया पाटलिपुत्र एक्सप्रेस जमुई स्टेशन आती है जो 1.20 बजे पटना पहुंचाती है।इस स्थिति में व्यापारी, नित्य सफर करने वाले यात्रियों, विद्यार्थियों एवं बीमार लोगों को परेशानी होती है। यात्रियों ने कोई ऐसा ट्रेन चलाने की मांग की है जो जिलेवासियों को 10 बजे पटना पहुंचा दे ताकि लोग अपने रोजमर्रा एवं दैनिक कार्य कर शाम वापस आ सकें।

लंबी वेटिंग लिस्ट से यात्री होते हैं असहज-

बडी आबादी व लंबी दूरी के ट्रेन के अभाव के कारण यात्रियों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इनमें लंबी वेटिंग लिस्ट, कंफर्म सीट के लिए भीषण प्रतिस्पर्धा, टिकट ब्लैकमेलिंग से यात्री परेशान हैं। बुकिंग खुलते ही इस स्टेशन से कंफर्म टिकट मिलना मुश्किल हो जाता है।

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