वक्फ कानून के खिलाफ शहर में निकाला मौन जुलूस
- एक प्रतिनिधिमंडल ने डीएम को राष्ट्रपति के नाम सौंपा मांग पत्र निकाले गए मौन जुलूस में शामिल पूर्व विधायक रेयाजुल हक राजू,नप के चेयरमैन हरेन्द्र चौधरी,राजद नेता इम्तेयाज अली भुट्टो व अन्य ...

- एक प्रतिनिधिमंडल ने डीएम को राष्ट्रपति के नाम सौंपा मांग पत्र - कानून को वापस लेने की मांग की,कहा जल्दबाजी में लाया गया कानून गोपालगंज,नगर संवाददाता। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए वक्फ कानून के खिलाफ शनिवार को शहर में एक मौन जुलूस निकाला गया। जुलूस में शामिल लोगों ने इस कानून को वापस लेने की मांग की। जुलूस की शुरुआत आंबेडकर चौक से हुई। जहां उपस्थित लोगों ने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए पर्यटकों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रख श्रद्धांजलि दी। फिर जुलूस समाहरणालय तक पहुंचा। एक प्रतिनिधि मंडल ने डीएम को राष्ट्रपति के नाम एक मांग पत्र सौंपा। राज्य अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष रेयाजुल हक राजू ने कहा कि वक्फ कानून के माध्यम से सरकार वक्फ की जमीनों को उद्योगपतियों को देना चाहती है, जिसे किसी भी हाल में मंजूर नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ जब देश जागरूक हुआ तो सरकार को उसे वापस लेना पड़ा। अब वक्फ कानून भी वापस होगा। राजद के प्रधान महासचिव इम्तेयाज अली भुट्टो और नगर परिषद के चेयरमैन हरेंद्र कुमार चौधरी ने भी इस कानून को अल्पसंख्यक समुदाय को प्रताड़ित करने वाला और जल्दबाजी में लाया गया कानून बताया। माले नेता अजात शत्रु ने इसे काला कानून करार दिया और आंदोलन जारी रखने की बात कही।
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