पीआर का सकारात्मक छवि निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका: मुदस्सीर
दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय में जनसंपर्क की महत्ता पर एक व्याख्यान सत्र का आयोजन किया गया। मुदस्सीर आलम ने मीडिया में अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि जनसंपर्क संस्थानों की सकारात्मक छवि...
वर्तमान परिदृश्य और पिछले एक दो दशक में संस्थानों विशेषकर विश्वविद्यालय में जनसंपर्क की बढ़ती महत्ता एवं प्रासंगिकता विषय पर दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) के इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी) की ओर से एक विशेष व्याख्यान सत्र का आयोजन किया गया। सीयूएसबी के जन सम्पर्क पदाधिकारी (पीआरओ) मुदस्सीर आलम ने मीडिया जगत में अपने 20 वर्ष के अनुभव के अहम पड़ावों का जिक्र करते हुए सीयूएसबी में पीआरओ के रूप में जन सम्पर्क के कार्यों से अवगत कराया। ''पब्लिक रिलेशन्स एंड मीडिया मैनेजमेंट" विषय पर बोलते हुए मुदस्सीर ने पिछले दशकों में जनसंपर्क की बढ़ती महत्ता को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार पीआर (जन सम्पर्क) संस्थानों की सकारात्मक छवि निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मुदस्सीर ने कहा कि जन सम्पर्क प्रोफेशन आप को पूर्वाग्रह से मुक्त होकर काम करने सिख देता है और रणनीतिक संवाद, पारदर्शिता और विश्वसनीयता से जनविश्वास कायम किया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि विनम्रता, ईमानदारी और समर्पित कार्य शैली से न केवल जनसंपर्क मजबूत होता है बल्कि दीर्घकालिक संबंध भी बनते हैं।
पुरस्कार का हुआ वितरण
आइडियाथॉन 2025 और पेपर प्रेजेंटेशन प्रतियोगिता 2025 की पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित हुआ। सीयूएसबी के आईआईसी के चेयरमैन प्रो. वेंकटेश सिंह और सोशल मीडिया कोऑर्डिनेटर, आईआईसी डॉ. सुजीत कुमार, डॉ. अनुराग अग्रवाल एवं मो. मुदस्सीर आलम ने विजेताओं और प्रतिभागियों को मेडल और प्रमाणपत्र प्रदान कर उनके नवाचार और समर्पण को सराहा।
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