नए साल में गया को बड़ी सौगात, अप्रैल में शुरू हो जाएगी कार्गो सेवा
नए साल में गया को बड़ी सौगात, अप्रैल में शुरू हो जाएगी कार्गो सेवा -कार्गो
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नए साल के अप्रैल तक गया वासियों को कार्गो सेवा की सौगात मिल जाएगी। गया एयरपोर्ट से कार्गो सेवा शुरू करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। सेवा शुरू करने के लिए सिविल एविएशन सिक्युरिटी (बीसीएएस) के एप्रूवल का इंतजार है। बीसीएएस से एप्रूवल मिलने के बाद एयरलाइंस कंपनी कार्गो सेवा शुरू कर देगी। इसके लिए एयरपोर्ट ऑथिरिटी को मिल चुकी है। इंडिगो एयरलाइंस डोमेस्टिक कार्गो सेवा शुरू करेगी। गया एयरपोर्ट ऑथिरिटी अपने स्तर से कार्गो सेवा शुरू करने के लिए तैयारी कर ली है। कार्गो सेवा करने की योजना 2017 से प्रस्तावित है। कृषि और अन्य उत्पादों की ढुलाई कोलकाता के कार्गो प्लेन से होती है। अगर इस व्यापार को गया से जोड़ दिया जाए तो यह कार्गो हब बन सकता है। एयरपोर्ट निदेशक बंगजीत साहा ने बताया कि कार्गो सेवा शुरू करने के लिए एयरपोर्ट ऑथिरिटी ऑफ इंडिया से मंजूरी पहले मिल चुकी है। बीसीएएस से एप्रूवल का इंतजार है। इंडिगो एयरलाइंस इस सेवा को शुरू करेगी। उम्मीद है इस साल अप्रैल माह तक हरहाल में यह सेवा शुरू हो जाएगी। इसके मद्देनजर एयरपोर्ट पर पार्किंग की सुविधा भी बेहतर की गई है।
कार्गो सेवा से उद्योग नीति को मिलेगा बढ़ावा
कार्गो सेवा शुरू होने से राज्य सरकार की उद्योग नीति को बढ़ावा मिलेगा। हालांकि अभी डोमेस्टिक कार्गो सेवा शुरू होने जा रही है। अगर इंटरनेशनल कार्गो सेवा शुरू होगी तो यहां से विदेशों में कृषि उत्पाद का मार्केटिंग होगी। किसान बाजार से जुड़ेंगे। जैविक फसलों को बढ़ावा मिलेगा फल, फूल और सब्जियों की ब्रांडिंग हो सकेगी।
किसानों को मिलेगी अंतरराष्ट्रीय पहचान
गया से डोमेस्टिक और इंटरनेशनल कार्गो सेवा शुरू होती है तो बिहार के किसानों को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिलेगी। एयर कार्गो टर्मिनल बनने से गया व आसपास के उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। अगर गया से सामान का निर्यात किया जा सके, तब स्थानीय उद्योगों को फायदा होगा। एयर कार्गो शुरू होने से मानपुर के हैंडलूम व खादी के कपड़े, मधुबनी पेंटिंग्स विदेश भेजी जा सकेंगी। बिहार में साल भर पैदा होने वाली सब्जियों में कद्दू, करैला, भिंड़ी, बैगन के अलावा मौसमी धनिया पत्ता, मूली, गाजर, टमाटर, खीरा, साग, सहजन, हरा चना, भुट्टा, मटर, आलू-प्याज और पपीता विदेशों तक बिक्री के लिए जाएगी। इससे किसानों को अच्छी कीमत और विमान कंपनियों को खाली जगह का किराया भी मिलेगा। यही नहीं विदेशों से भी फूल सहित अन्य सामानों का आयात किया जा सकता है। ऐसा होने से गया आयात-निर्यात हब बन सकता है, जिसका सीधा लाभ स्थानीय लोगों को होगा।
गया एयरपोर्ट से म्यांमार, थाईलैंड, भूटान, वियतनाम देशों की एयरलाइंस कंपनियां अपनी सेवा जारी रखते हैं। वहीं श्रीलंका के लिए भी यहां से सीधी उड़ान रहती थी। कुछ वर्षों से श्रीलंका के लिए विमान सेवा यहां से बंद है।
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