पत्नी ने पूरी की पति की अंतिम इच्छा
दरभंगा के वरिष्ठ अधिवक्ता राम बालक यादव ने 70 वर्ष की आयु में अपने निधन के बाद देहदान का निर्णय लिया। उनके परिवार ने उनकी अंतिम इच्छा को पूरा करते हुए डीएमसीएच के एनाटॉमी विभाग को उनका शरीर दान किया।...

दरभंगा। दधीचि देहदान समिति के जागरूकता अभियान के फलस्वरूप वरिष्ठ अधिवक्ता राम बालक यादव (70 वर्ष) के परिवार ने उनके निधन के बाद उनका देहदान शुक्रवार को डीएमसीएच के एनाटॉमी विभाग को किया। उन्होंने आठ अगस्त 2024 को अपने देहदान का संकल्प लिया था। उनकी की मृत्यु के उपरांत उनके पुत्र ने दधीचि देहदान समिति के अध्यक्ष मनमोहन सरावगी से संपर्क कर पिता की अंतिम इच्छा पूरी करने में सहयोग मांगा। श्री सरावगी अपनी पूरी टीम के साथ उनके गांव मोहनपुर हरहच्चा, बहेड़ी पहुंचे। वहां श्रद्धांजलि देने के बाद उनका शरीर डीएमसीएच के एनाटॉमी विभाग लाया गया। वहां श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई, जिसमें डीएमसीएच अधीक्षक डॉ. शीला कुमारी, दिवंगत अधिवक्ता के पोते आनंद प्रकाश के साथ-साथ डॉ.बलजीत सिंह, डॉ कुमार आनंद, एनाटॉमी विभाग अध्यक्ष डॉ. एसके कर्ण, एनएमओ. के प्रांतीय अधिकारी डॉ. अमोद कुमार झा, डॉ. हरि दामोदर सिंह के साथ-साथ अन्य विभागों के वरष्ठि चिकत्सिक और बड़ी संख्या में छात्र मौजूद थे। दधीचि देहदान समिति के क्षेत्रीय मंत्री मनमोहन सरावगी ने कहा कि राम बालक यादव का देहदान मेडिकल छात्रों की शक्षिा और अनुसंधान में मदद करेगा। वे अपनी पत्नी कला देवी, पिता राम नारायण यादव (समाजसेवी), बेटे डॉ. विनोद कुमार पंकज (अधिवक्ता सहित भरा पूरा परिवार छोड़कर गए है।
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