वीलूकअप जैसे टूल्स के बताये उपयोग
दरभंगा में लनामिवि के पीजी भूगोल विभाग में ह्यपाइथन प्रोग्रामिंग और एमएस-एक्सेल द्वारा डेटा वश्लिेषण कार्यशाला का आयोजन हुआ। इसका उद्देश्य प्रतिभागियों को आधुनिक तकनीकों से परिचित कराना था, ताकि वे...

दरभंगा। लनामिवि के पीजी भूगोल विभाग में ह्यपाइथन प्रोग्रामिंग एवं एमएस-एक्सेल द्वारा डेटा वश्लिेषणह्ण विषयक कार्यशाला के दूसरे दिन का आयोजन शुक्रवार को सम्पन्न हुआ। विभागाध्यक्ष डॉ. अनुरंजन ने कहा कि इस कार्यशाला का उद्देश्य बिहार के शैक्षणिक एवं शोध संस्थानों से जुड़े प्रतिभागियों को डेटा वश्लिेषण की आधुनिक तकनीकों से परिचित कराना है, ताकि वे अपने शोध, नीति नर्मिाण एवं क्षेत्रीय विकास के लिए तकनीकी दृष्टिकोण को अपनाकर बेहतर नर्णिय ले सकें। कार्यशाला की शुरुआत डॉ. मोनिका सक्सेना, डेटा वश्लिेषक, क्लारॉन लर्निंग, हैदराबाद द्वारा ह्यवीलूकअप लेंस: डेटा व्याख्या और विजुअलाइजेशनह्ण विषय पर व्याख्यान से हुआ। इसमें उन्होंने बताया कि किस प्रकार वीलूकअप जैसे टूल्स का उपयोग कर बिहार जैसे राज्यों में शक्षिा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास से जुड़े आंकड़ों को समझा और प्रस्तुत किया जा सकता है।
दूसरे सत्र में डॉ. पी भंजन ने ह्यएमएस एक्सेल के माध्यम से सांख्यिकीय वश्लिेषण के बुनियादी और उन्नत उपकरणह्ण पर व्याख्यान दिया। विभागीय शक्षिक डॉ. मनु राज शर्मा ने ह्यडेटा वश्लिेषण में पांडा और नमपाई की भूमिकाह्ण विषय पर तकनीकी सत्र आयोजित किया। इस सत्र में उन्होंने यह बताया कि कैसे पायथन के पाण्डास और नम पाई पुस्तकालयों की सहायता से बिहार के वर्षा के आंकड़ों का वश्लिेषण किया जा सकता है।
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