नेट परीक्षा में सफलता मिलने पर जताया हर्ष
दरभंगा के छात्रों में NET परीक्षा में सफलता की खुशी है। निलेश कुमार चौधरी ने मैथिली में दूसरी बार सफलता पाई, जबकि गिरीश कुमार झा ने 95.26 पर्सेंटाइल अंक प्राप्त किए। पूजा कुमारी ने असिस्टेंट प्रोफेसर...
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दरभंगा/हायाघाट, हिटी। नेट परीक्षा में सफलता मिले पर छात्र-छात्राओं में खुशी की लहर है। हायाघाट प्रखंड के बसहा मिर्जापुर गांव निवासी गृहिणी उषा देवी एवं विनोद चौधरी के पुत्र निलेश कुमार चौधरी ने मातृभाषा मैथिली विषय में लगातार दूसरी बार नेट जैसी कठिन परीक्षा पास कर महज 21 वर्ष की उम्र में ही मैथिली जगत में अपना परचम लहराया है। निलेश अभी पटना विवि के मैथिली विभाग से स्नातकोत्तर कर रहे हैं। बतौर एपियरिंग कैंडिडेट उन्होंने कुल 300 सौ अंकों में से 214 अंक प्राप्त कर असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए क्वालीफाई किया है। इसके पूर्व भी वे नेट परीक्षा पास कर सिर्फ पीएचडी के लिए क्वालीफाई कर पाए थे। अपनी सफलता का श्रेय उन्होंने अपने गुरुजनों व परिजनों को दिया है। वे अभी से ही समाजसेवा के साथ गरीब बच्चों को भी मुफ्त में पढ़ाते हैं। नीलेश का कहना है कि हमें अपनी संस्कृति और सभ्यता को कभी नहीं भूलना चाहिए। मैथिली हम सबों की जन भावना से जुड़ी भाषा है। नई पीढ़ी के छात्रों को इस विषय मे अपना अभिरुचि बढ़ाना चाहिए।
उधर, बिरौल प्रखंड के देकुली धाम गांव निवासी उदय चन्द्र झा व पुष्पा देवी के सुपुत्र गिरीश कुमार झा ने यूजीसी नेट में 95.26 पर्सेंटाइल अंक प्राप्त किये हैं। वर्तमान में वे पीजीटी संस्कृत शिक्षक (बीपीएससी) के पद मायापुर, बेनीपुर में कार्यरत हैं। उनकी सफलता पर लोग उन्हें बधाई दे रहे हैं।
वहीं, जाले प्रखंड के अहियारी गोट के रेजा मजदूर घूरन राम एवं आशा कार्यकर्ता रेखा देवी की पुत्री पूजा कुमारी ने यूजीसी नेट परीक्षा में असिस्टेंट प्रोफेसर और जेआरएफ में पास कर अपने गांव व समाज का नाम रौशन किया है। पूजा ने एमएलएसएम कॉलेज, दरभंगा से स्नातक व लनामिवि से पीजी की पढ़ाई पूरी की है। वह पिता की सलाह पर घर से ही नेट की तैयारी करने लगी।
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