बीएड के लिए आवेदन 63 हजार के पार
दरभंगा में दो वर्षीय बीएड एवं शिक्षा शास्त्री में नामांकन के लिए सीईटी-बीएड की ऑनलाइन आवेदन संख्या 63 हजार पार कर गई है। सामान्य शुल्क के साथ आवेदन की अंतिम तिथि 27 अप्रैल है। विलंब शुल्क के साथ आवेदन...
दरभंगा। दो वर्षीय बीएड एवं शिक्षा शास्त्री में नामांकन के लिए 28 मई को आयोजित होने वाली संयुक्त प्रवेश परीक्षा (सीईटी-बीएड) के लिए ऑनलाइन आवेदन करने वालों की संख्या 63 हजार पार कर चुकी है। सामान्य शुल्क के साथ आवेदन के लिए अब बस तीन दिन शेष हैं, जबकि विलंब शुल्क के साथ आवेदन के लिए अभ्यर्थियों को इसके बाद पांच दिनों का मौका मिलेगा। स्टेट नोडल पदाधिकारी प्रो. अशोक कुमार मेहता के अनुसार सामान्य शुल्क के साथ आवेदन की अंतिम तिथि 27 अप्रैल निर्धारित है। 28 अप्रैल से दो मई तक अभ्यर्थी 500 रुपये विलंब के साथ ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। भरे हुए आवेदन में किसी प्रकार की त्रुटियों का ऑनलाइन सुधार करने के लिए अभ्यर्थियों को तीन से छह मई तक का समय दिया जाएगा। 18 मई को सीईटी-बीएड का एडमिट कार्ड आधिकारिक वेबसाइट पर जारी होगा, जहां से अभ्यर्थी इसे डाउनलोड कर सकेंगे। 28 मई को प्रवेश परीक्षा का आयोजन निर्धारित है, जबकि परीक्षा परिणाम 10 जून को घोषित किए जाने की संभावना है।
स्टेट नोडल कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार की शाम तक दो वर्षीय बीएड के लिए 63 हजार 400 तथा शिक्षा शास्त्री के लिए 87 आवेदन पूर्ण रूप से प्राप्त हो चुके हैं। अब तक कुल 90 हजार 461 अभ्यर्थी पंजीकरण करा चुके हैं, जिनमें से 21 हजार 701 आवेदन अपूर्ण तथा पांच हजार 273 शुल्क भुगतान के स्तर पर अटके हुए हैं। दो वर्षीय बीएड के लिए अब तक 90 हजार 182 अभ्यर्थी पंजीयन करा चुके हैं। इनमें से 21 हजार 526 आवेदन अपूर्ण है, जबकि पांच हजार 256 आवेदन शुल्क भुगतान के स्तर पर अटके हुए हैं। दो वर्षीय बीएड के लिए अब तक 279 अभ्यर्थियों ने पंजीयन कराया है। इनमें से 175 आवेदन अपूर्ण हैं, जबकि 17 आवेदन शुल्क भुगतान के स्तर पर अटके हुए हैं।
सीईटी-बीएड के लिए आवेदन करने में फिलहाल पटना जिला सबसे आगे चल रहा है, जबकि सारण सबसे पीछे है। पटना जिला क्षेत्र से अब तक सर्वाधिक 19 हजार 812 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इसके अलावा अन्य जिलों से आवेदन का आंकड़ा अब तक 10 हजार के नीचे ही है। मुजफ्फरपुर से आठ हजार 579 आवेदन, दरभंगा से आठ हजार 20 आवेदन तथा गया से आठ हजार 102 आवेदन मिले हैं। भागलपुर से चार हजार 227, भोजपुर से तीन हजार 341, मधेपुरा से दो हजार 665, मुंगेर से दो हजार 323, पूर्णिया से दो हजार 626, वैशाली से दो हजार 30 तथा सारण से एक हजार 704 आवेदन प्राप्त हुए हैं।
इस बार आवेदन की गति काफी धीमी
गौरतलब है कि अब तक के आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष दो वर्षीय बीएड एवं शिक्षा शास्त्री में नामांकन के लिए आवेदन की गति काफी धीमी चल रही है। गत वर्ष 2024 में सीईटी-बीएड के लिए सर्वाधिक दो लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे। गत वर्ष आवेदन में लगभग 13 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी, लेकिन इस वर्ष अब तक आवेदन की संख्या एक लाख तक भी नहीं पहुंच सकी है। गत वर्ष भी पटना जिला सबसे ऊपर था जहां से 61 हजार से अधिक आवेदन थे। इसके अलावा गया से 27 हजार, मुजफ्फरपुर से 25 हजार, दरभंगा से 23 हजार से अधिक आवेदन मिले थे। स्टेट नोडल पदाधिकारी प्रो. मेहता ने अभ्यर्थियों से अपील करते हुए कहा कि विलंब शुल्क से बचने के लिए 27 अप्रैल तक निश्चित रूप से सामान्य शुल्क के साथ आवेदन जमा कर लें।
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