वार्षिक परीक्षा 10 मार्च से , शैक्षणिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए विशेष रणनीति
छपरा में सरकारी और सहायता प्राप्त प्रारंभिक विद्यालयों में वार्षिक परीक्षा 10 से 20 मार्च तक होगी। परीक्षा दो पालियों में आयोजित की जाएगी और खास व्यवस्था शैक्षणिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए की गई है।...
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छपरा, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। जिले के सरकारी व सरकार द्वारा सहायता प्राप्त प्रारंभिक विद्यालयों में वार्षिक परीक्षा 10 से 20 मार्च तक आयोजित की जाएगी। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया है। परीक्षा दो पालियों में होगी। सुबह 10 से एक बजे और फिर एक से तीन बजे तक परीक्षा ली जायेगी। 10 मार्च को पहली पाली में कक्षा तीन से आठ की पर्यावरण अध्ययन-सामाजिक विज्ञान व दूसरी पाली में कक्षा छह से आठ तक विज्ञान की परीक्षा होगी। 11 मार्च को राष्ट्रभाषा हिंदी, 12 मार्च को गणित, 17 मार्च को हिंदी-उर्दू, 18 मार्च को अंग्रेजी और 19 मार्च को कक्षा एक व दो की गणित व अंग्रेजी की मौखिक परीक्षा होगी। 20 मार्च को भाषा की मौखिक परीक्षा आयोजित होगी। होली को लेकर चार दिनों तक परीक्षा नहीं होगी। शैक्षणिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए विशेष व्यवस्था इस बार परीक्षा में शैक्षणिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। परीक्षा कक्ष में डी और ई ग्रेड के साथ सी ग्रेड के छात्रों को भी चिह्नित किया जाएगा और उन्हें अगली पंक्ति में बैठाया जाएगा। जिला शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार सिंह ने बताया कि ऐसे बच्चों के लिए एक अलग रणनीति बनाई जाएगी ताकि उनकी शैक्षणिक गुणवत्ता को बेहतर किया जा सके। जिले में लगभग सात लाख बच्चे इस परीक्षा में शामिल होंगे। कॉपी जांच की प्रक्रिया में बदलाव इस बार उत्तर पुस्तिकाओं की जांच प्रक्रिया में भी बदलाव किया गया है। अब कॉपियां स्कूलों में नहीं, बल्कि कॉम्प्लेक्स केंद्रों पर जांची जाएंगी। परीक्षा वाले दिन केवल उसी कक्षा के छात्र स्कूल आएंगे, जिनकी परीक्षा होगी, बाकी छात्र घर पर रहकर तैयारी करेंगे। परीक्षा केंद्रों पर उचित निगरानी व्यवस्था भी की जाएगी ताकि परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे। वीक्षण व्यवस्था में बदलाव परीक्षा में निष्पक्षता बनाए रखने के लिए इस बार दूसरे विद्यालयों के शिक्षकों को वीक्षक नियुक्त किया जाएगा। प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर हेडमास्टर और एक वरीय शिक्षक को छोड़कर बाकी सभी शिक्षक अन्य स्कूलों से प्रतिनियुक्त किए जाएंगे। परीक्षा शुरू होने के एक घंटे बाद ही परीक्षार्थियों को वॉशरूम जाने की अनुमति मिलेगी। वीक्षण कार्य के लिए शिक्षकों की सूची पांच मार्च तक जिला शिक्षा अधिकारी को उपलब्ध करानी होगी। परीक्षा में कदाचार पर कड़ी नजर राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद ने पहली से आठवीं कक्षा तक आयोजित अर्द्धवार्षिक परीक्षा के दौरान हुई अनियमितताओं और कदाचार की रिपोर्ट भी मांगी है। सभी डीईओ और डीपीओ से 22 फरवरी तक रिपोर्ट मांगी गयी थी। परीक्षा में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो, इसके लिए परीक्षा केंद्रों पर विशेष टीमों की तैनाती की जाएगी। किसी भी स्तर पर अनियमितता पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। परीक्षा की तैयारी जोरों पर सारण जिले में परीक्षा की तैयारी जोरों पर है। सभी विद्यालयों को निर्देश दिया गया है कि वे परीक्षा से पहले आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराएं। छात्रों के बैठने की उचित व्यवस्था हो, परीक्षा केंद्रों पर पर्याप्त रोशनी और पंखों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। परीक्षा केंद्रों पर स्वच्छता बनाए रखने के भी निर्देश दिए गए हैं। अभिभावकों और छात्रों के लिए निर्देश शिक्षा विभाग ने अभिभावकों और छात्रों को भी कुछ निर्देश दिए हैं। छात्रों को परीक्षा के दौरान अनुशासन बनाए रखने, सही समय पर परीक्षा केंद्र पहुंचने और परीक्षा सामग्री जैसे पेंसिल, रबर, कटर और कलम साथ लाने की सलाह दी गई है। छात्रों को परीक्षा के दिन किताबें और अतिरिक्त कॉपियां लाने की अनुमति नहीं होगी। परिणाम घोषणा की तिथि परीक्षा का परिणाम 29 मार्च को घोषित किया जाएगा। परिणाम घोषित होने के बाद कमजोर छात्रों के लिए विशेष कक्षाएं संचालित की जाएंगी ताकि उनकी पढ़ाई को बेहतर किया जा सके। शिक्षा विभाग इस बार परीक्षा परिणाम के आधार पर भविष्य की रणनीति भी तैयार करेगा।
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