अस्थावां में जल्द खुलेगा जिले का दूसरा जिंदा मछली बिक्री केंद्र
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अस्थावां में जल्द खुलेगा जिले का दूसरा जिंदा मछली बिक्री केंद्र यहां खरीदारों को मिलेंगी हर वेरायटी की जिंदा व ताजी मछलियां इलाके के छोटे-छोटे कारोबारी भी इससे जुड़कर सकेंगे कमाई फोटो मछली : अस्थावां प्रखंड के जाना में बनकर तैयार जिंदा मछली बिक्री केंद्र। बिहारशरीफ, कार्यालय प्रतिनिधि। रहुई के बाद अस्थावां के जाना में जिले का दूसरा जिंदा मछली बिक्री केंद्र खुलेगा। भवन बनकर तैयार है। जल्द ही उद्घाटन होगा। सुविधाओं से लैस बिक्री केंद्र में हर वेरायटी की जिंदा व ताजी मछलियां खरीदारों को मिलेंगी। शुद्ध और संक्रमणरहित मछलियों का स्वाद लेने के लिए शौकिनों को भटकना नहीं पड़ेगा। अच्छी बात यह भी कि बिक्री केंद्र से जुड़कर छोटे-छोटे मछली कारोबारी भी कमाई कर सकेंगे। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना से बिहारशरीफ-बरबीघा मुख्य मार्ग के किनारे अस्थावां के जाना के पास 20 लाख की लागत से जिंदा मछली केंद्र की स्थापना की गयी है। योजना के तहत समान्य वर्ग के लाभुक को आठ लाख तो महिला व अनुसूचित वर्ग के लोगों को 12 लाख का अनुदान देने का प्रावधान किया गया है। राहत यह भी कि सरमेरा के जहांगीरपुर में तीसरा जिंदा मछली बिक्री केंद्र की स्थापना भी की जा रही है। निर्माण कार्य जारी है। इन केंद्रों के बन जाने पर मछलियों के मरने की चिंता संचालकों को नहीं रहेगी। इतना ही नहीं छोटे कारोबारी यहां से मछलियां खरीदकर घूम-घूमकर गांव-टोलों में बेचेंगे। इससे उनकी अच्छी कमाई होगी। हर वक्त उपलब्ध रहेंगी मछलियां: बेहतर सुविधाओं से लैस बिक्री केंद्र में मछलियों को कई दिनों तक जिंदा रखने के लिए छह फीट लम्बा, पांच फीट चौड़ा तथा ढाई फीट गहरा अलग-अलग हॉज बनाये गये हैं। इसमें एक बार में डेढ़ सौ किलो से अधिक मछलियां रह सकेंगी। रहुई के मंदीलपुर में जिंदा मछली बिक्री केंद्र के संचालक ब्रह्मदेव केवट बताते हैं कि अभी उनके यहां से हर दिन दो से ढाई सौ किलो तक मछलियों की बिक्री हो रही है। नूरसराय और सोहजना में फिश कियोस्क: इस्लामपुर के सोहजना और नूरसराय बाजार में फिश कियोस्ट खुलेंगे। चयनित आवेदकों को वर्कऑर्डर दे दिया गया है। निर्माण कार्य चल रहा है। फिश कियोस्ट में खरीदारों को पकापकाया ताजी मछलियां मिलेंगी। यहां बैठकर मछली-भात खाने का भी बेहतर इंतजाम रहेगा। खरीदार चाहें तो मछली बनवाकर घर भी ले जा सकेंगे। मछलीपालकों को भी फायदा: जिंदा मछली बिक्री केंद्र और फिश कियोस्क खुलने से मछलीपालकों को भी फायदा होगा। उन्हें अब तालाबों में पल रहीं मछलियों को बेचने के लिए बिहारशरीफ मछली मंडली नहीं जाना पड़ेगा। जिंदा मछली बिक्री केंद्र और फिश कियोस्क के संचालकों से संपर्क कर मछलियों को बेच सकेंगे। क्या कहते हैं अधिकारी : अस्थावां के जाना में जिंदा मछली बिक्री केंद्र का भवन बनकर तैयार है। जल्द ही इसकी शुरुआत की जाएगी। यहां हर वेरायटी की मछलियां खरीदारों को मिलेंगी। नूरसराय व इस्लामपुर में फिश कियोस्क भी बनाये जा रहे हैं। शंभू प्रसाद, जिला मत्स्य पदाधिकारी
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