पुल पर, अंबेर मोड़ और अलीनगर में हुआ जलजमाव
हुई मानसून की पहली बारिश और बरसात पूर्व तैयारी की खुली पोलहुई मानसून की पहली बारिश और बरसात पूर्व तैयारी की खुली पोलहुई मानसून की पहली बारिश और बरसात पूर्व तैयारी की खुली पोलहुई मानसून की पहली बारिश...

हुई मानसून की पहली बारिश और बरसात पूर्व तैयारी की खुली पोल पुल पर, अंबेर मोड़ और अलीनगर में हुआ जलजमाव रांची रोड से भी बारिश का पानी निकलने में लगे दो घंटे रात की वजह से लोगों को कम हुई परेशानी, सुबह में सड़कों पर थी गंदगी व कीचड़ शहर की 20 हजार आबादी को जलजमाव से हुई परेशानी फोटो : पानी 01 : नईसराय रेलवे स्टेशन रोड पर जलजमाव। पानी 02 : बाबा मणिराम अखाड़ा से तकिया कला मोहल्ला जाने वाली सड़क पर जलजमाव व फैली गंदगी। बिहारशरीफ, निज संवाददाता। रात में हुई बारिश ने शहर में जलजमाव की पोल खोलकर रख दी है।
मंगलवार की रात पौने 12 बजे से हुई पौन घंटा की अच्छी बारिश में ही शहरों के अधिकतर मोहल्लों में नालों से ओवरफ्लो होकर सड़कों व गलियों से पानी का बहाव हुआ। इससे नई सराय, पुल पर, अंबेर मोड़, तकिया कला और अलीनगर सबसे अधिक प्रभावित इलाका रहा। जबकि, रांची रोड देवी स्थान से भी बारिश का पानी निकलने में दो घंटे लगे। रात की वजह से लोगों को कम परेशानी हुई। सुबह तक इक्का दुक्का गलियों को छोड़कर बारिश का पानी निकल चुका था। लेकिन, सुबह में कई सड़कों पर गंदगी व कीचड़ फैली हुई थी। बिहारशरीफ खांची गली में नाला बनाने के लिए सड़क किनारे खुदाई की गयी है। इस कारण उस कच्ची नाली में भी पानी भर गया। नई सराय से रेलवे स्टेशन जाने वाली सड़क में दर्जनों जगहों पर बने गड्ढों में भी नाला व बारिश का गंदा पानी जमा रहा। इससे लोगों को आने जाने में काफी परेशानी हुई। इस जलजमाव से शहर की लगभग 20 हजार आबादी को जलजमाव से परेशानी हुई। बाजार समिति परिसर में भी जमा हुआ गंदा पानी, सड़ांध से हुई परेशानी : इस बारिश के कारण रामचंद्रपुर बाजार समिति में भी जलजमाव रहा। यहां फल मंडी के बीच में खाली पड़ी जमीन पर दो फीट तक पानी भर गया। साथ ही वहां पर फलों और पत्तों के फेंके जाने से सड़ांध निकल रही थी। इससे बाजार आए लोगों के साथ बिक्रेताओं को भी काफी परेशानी हुई। इससे बिकवाली भी प्रभावित रही। फल कारोबारी शहनवाज ने बताया कि सालों से यहां का यही हाल है। सड़कों को दो से तीन फीट ऊंचा बना दिया गया है। इससे खुदरा कारोबारियों व आम ग्राहकों को आने जाने में आसानी होती है। लेकिन, बीच का भाग को वैसे ही छोड़ दिया गया है। इससे सड़कों का पानी भी बहकर जमा हो जाता है। इसकी सही से निकास नहीं हो पाती है। इससे यहां कारोबार करना मुश्किल हो गया है। स्कूल खुलने से छोटे बच्चों को आने जाने में हुई परेशानी : गर्मी की छुट्टी खत्म हो चुकी है। अधिकतर स्कूल खुल चुके हैं। इस कारण सुबह में छोटे बच्चों को स्कूल जाने में काफी परेशानी हुई है। स्कूल वाहनों तक भी बच्चों को ले जाने में माता पिता को किचड़ से होकर जाना पड़ा। मछली मंडी के पास कुछ दूर तक सड़क को छोड़ दिया गया है। वहां भी बारिश के कारण जलजमाव है। जबकि, मोड़ के पास सड़क नहीं बनने से और किचड़ होने से वाहन चालकों को काफी परेशानी हुई। दोपहर बाद जाकर रास्ता ठीक हुआ। बाजार नहीं जा सकीं महिलाएं : अलीनगर की किरण कुमारी, खुशी देवी, मुन्नी कुमारी, आशा देवी व अन्य महिलाओं ने कहा कि बारिश होने के बाद सुबह में बाजार जाने के लिए निकली। तब गलियों के बाहर सड़कों पर चारों तरफ नाला की गंदगी फैली हुई थी। इसके बाद वापस घर लौट गयीं। नाला जाम रहने से बारिश का पानी बहता है गलियों व सड़कों पर : झींगनगर निवासी सुभाष कुमार, सैनिक कॉलोनी निवासी दिलीप कुमार, नवीन कुमार, शिवपुरी मोहल्ला निवासी मिथिलेश कुमार, पवन कुमार व अन्य ने बताया कि अधिकत नाला जाम रहता है। घरों से निकलने वाला पानी नालों से होकर बहता रहता है। लेकिन, थोड़ी सी बारिश होने पर ही नालों का पानी गलियों व सड़कों पर बहने लगता है। यह हाल इन मोहल्लों की कई गलियों का है। सुभाष कुमार ने बताया कि रात में लगभग दो घंटे तक अच्छी बारिश हुई। इससे गर्मी से थोड़ी राहत मिली, लेकिन गलियों व सड़कों की सूरत बदल गयी। शहर में बड़े और छोटे नालों का जाल बन चुका है। बावजूद बारिश के पानी को निकलने में दो से तीन घंटा समय लग रहा है। इस दौरान स्थानीय लोगों को काफी परेशानी होती है। कहते हैं अधिकारी : बारिश के पहले सभी नालों की उड़ाही कर दी गयी है। ताकि, कहीं जलजमाव न हो। गलियों व नालियों की नियमित उड़ाही व सफाई करायी जा रही है। मुख्य बड़ा नाला का निर्माण चल रहा है। जल्द ही वह बनकर तैयार हो जाएगा। अन्य नालों को भी इससे जोड़ा जाएगा। शहर के लोगों को भी अपनी जवाबदेही समझनी चाहिए। जहां तहां कचरा को न फेंकें। मोहल्लों में रखे गए डस्टबिन में ही कचरा को फेंकें। क्योंकि, यही कचरा नालों में जाकर उसके जाम का कारण बनते हैं। अधिकतर गलियां पक्की हो चुकी है। इस कारण शहरवासियों को अब आने जाने में परेशानी नहीं होती है। हम शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने का हर प्रयास कर रहे हैं। नाले बनने से अब पहले जैसी जलजमाव की स्थिति कहीं नहीं रहती है। साकेश कुमार, नगर प्रबंधक
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।