बिजली बिल की वसूली के नाम पर उपभोक्ताओं से 96 हजार की धोखाधड़ी
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बिजली बिल की वसूली के नाम पर उपभोक्ताओं से 96 हजार की धोखाधड़ी मीटर रीडर सह राशि संग्रहकर्ता के खिलाफ एफआईआर, पुलिस ने दबोचा निजी एजेंसी का कर्मी इस्लामपुर में घर-घर जाकर करता था मीटर रीडिंग राशि लेकर नेटवर्क में खराबी का बहाना बना उपभोक्ताओं को नहीं देता था रसीद फोटो : बिजली बोर्ड : बिहारशरीफ का बिजली कार्यालय। इस्लामपुर, निज संवाददाता। उपभोक्ताओं से बिजली बिल की वसूली के नाम पर 96 हजार रुपए गबन करने का मामला प्रकाश में आया है। मामले में बिजली विभाग के कनीय अभियंता ने सोमवार को इस्लामपुर थाने में मीटर रीडिंग करने वाली एजेंसी के रीडर सह राशि संग्रहकर्ता के खिलाफ एफआईआर करायी गयी है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी रोहित कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। अब उससे धोखाधड़ी की गयी राशि की वसूली की प्रक्रिया में पुलिस जुटी है। थाने में दिये गये आवेदन में कनीय अभिंयता नितिश कुमार ने बताया है कि डाटा इंजिनियस ग्लोबल लिमिटेड द्वारा इस्लामपुर में मीटर रीडिंग की जाती है। एजेंसी द्वारा स्थानीय थाना क्षेत्र के हेरथु निवासी रोहित कुमार को मीटर रीडर के पद पिछले साल दिसंबर में तैनात किया गया था। वह काजीचक, अमरुदिया बिगहा, खेदन बिगहा, हरवंशपुर एवं मोहनचक गांव में घर-घर जाकर मीटर रीडिंग और बिल की वसूली करता था। परंतु, कर्मी द्वारा करीब 120 उपभोक्ताओं से 96, 299 रुपए बिल की राशि वसूल करने के बाद भी विभाग में जमा नहीं कर गबन कर लिया गया। इससे विभाग को राजस्व नुकसान हुआ। साथ ही छवि भी धूमिल हुई है। इधर, थानाध्यक्ष अनिल कुमार पांडेय ने बताया कि धोखाधड़ी मामले में आरोपी रोहित कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है। पैसे लेकर नहीं देता था रसीद: कनीय अभियंता ने बताया कि रीडर द्वारा उपभोक्ताओं को बिल दे दिया जाता था। उनसे राशि ले ली जाती थी। परंतु, नेटवर्क खराब रहने का बहाना बनाकर रसीद नहीं दिया जाता था। धोखाधड़ी का खेल इतना शातिर तरीके से किया जाता था। ताकि, उपभोक्ताओं को इसकी भनक न लगे। किसी गांव में 50 घरों में मीटर रीडिंग करता था तो 40 उपभोक्ताओं को राशि के एवज में रशीद देता था। जबकि, 10 लोगों को नेटवर्क में तकनीकी खराबी बताकर रसीद नहीं देता था और राशि की धोखाधड़ी कर ली जाती थी। इसी तरह अन्य गांवों में भी ऐसा ही करता था। उपभोक्ताओं को चूना लगाता था। साथ ही राजस्व का भी नुकसान करता था। उपभोक्ताओं ने की शिकायत तो खुला भेद: उन्होंने बताया कि सबसे पहले हरवंशपुर के दो उपभोक्ताओं ने राशि जमा करने के बाद भी रीडर द्वारा रसीद न देने की शिकायत की थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए जब इसकी जांच करायी गयी तो रीडर की कारगुजारियों का भेद खुला। जांच का दायर बढ़ाया तो अबतक 120 ऐसे उपभोक्ताओं की पहचान की गयी है, जिनसे बिजली बिल के नाम पर राशि की धोखाधड़ी रीडर द्वारा की गयी है। हालाकि, जांच अभी जारी है, उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ भी सकती है। बॉक्स : पिछले साल रहुई में भी 88 उपभोक्ताओं से की थी धोखाधड़ी बिहारशरीफ। बिजली विभाग के अधिकारियों की मानें तो इस्लामपुर में उपभोक्ताओं से बिल के नाम पर राशि की धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार मीटर रीडर रोहित इससे पहले रहुई में काम करता था। पिछले साल दिसंबर में रीडर के विरुद्ध विभाग के कनीय अभियंता ने रहुई थाने में एफआईआर करायी थी। भदवा, इकबालगंज, इतासंग व खिदरचक के करीब 88 उपभोक्ताओं से बिल वसूली के नाम पर करीब तीन लाख 90 की धोखाधड़ी करने का आरोप लगया था। मीटर रीडर ने जिस तरह से इस्लामपुर में उपभोक्ताओं को चपत लगायी है। उसी तरीके से रहुई में भी धोखाधड़ का खेल खेला था। फर्क इतना कि रहुई और इस्लामपुर में मीटर रीडिंग करने वाली एजेंसियां अलग-अलग हैं। चर्चा है कि रहुई में कार्रवाई की गाज गिरी तो रोहित ने इस्लामपुर का रुख कर लिया था।
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