श्रद्धालुओं ने किया मार्गशीर्ष मास शुक्ल पक्ष एकादशी का व्रत, भगवान विष्णु की आराधना में लीन
पावापुरी में श्रद्धालुओं ने बुधवार को मोक्षदा एकादशी का व्रत रखा और भगवान विष्णु की आराधना की। इस दिन को गीता जयंती भी मनाया गया। भक्तों ने पूजा के दौरान मूर्तियों का अभिषेक किया, दीप जलाए और सामूहिक...
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पावापुरी, निज संवाददाता। श्रद्धालुओं ने बुधवार को मार्गशीर्ष मास शुक्ल पक्ष की एकादशी के अवसर पर व्रत रखकर भगवान विष्णु की आराधना की। इस पवित्र दिन को मोक्षदा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। एकादशी को गीता जयंती भी मनाई गई।इसे विशेष रूप से भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए मनाया जाता है।सुबह से ही मंदिरों में भक्तों की भीड़ देखने को मिली। श्रद्धालु व्रत रखते हुए भगवान विष्णु की मूर्तियों का अभिषेक कर फूल, दीप और प्रसाद अर्पित कर रहे थे। धार्मिक कथाओं के अनुसार, मोक्षदा एकादशी का व्रत सभी पापों का नाश करता है और आत्मा को मोक्ष की प्राप्ति कराता है। पंडित पुरेंद्र उपाध्याय के अनुसार, इस दिन विष्णु सहस्रनाम का पाठ और गीता का अध्ययन करना अत्यंत फलदायी होता है। भक्तों ने दिनभर भजन-कीर्तन और पूजा-अर्चना में समय बिताया। शाम को दीप प्रज्वलित कर भगवान विष्णु की आरती की गई।इस अवसर पर सामूहिक भजन-कीर्तन का आयोजन किया। भक्तों का कहना है कि इस व्रत से न केवल आत्मिक शांति मिलती है, बल्कि यह जीवन में सुख-समृद्धि और संतोष का भी मार्ग प्रशस्त करता है।मार्गशीर्ष मास शुक्ल पक्ष एकादशी का व्रत धर्म और आस्था का एक जीवंत उदाहरण है, जो हमारे जीवन में अध्यात्मिकता और संतुलन का संदेश देता है।
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