किसानों को हर हाल में सहज रूप से उपलब्ध कराएं उर्वरक
किसानों को हर हाल में सहज रूप से उपलब्ध कराएं उर्वरक किसानों को हर हाल में सहज रूप से उपलब्ध कराएं उर्वरक

किसानों को हर हाल में सहज रूप से उपलब्ध कराएं उर्वरक खाद की कालाबाजारी करने वालों पर करें कार्रवाई फार्मर रजिस्ट्री में पिछड़ने वाले प्रखंडों के सीओ से करें स्पष्टीकरण कृषि टास्क फोर्स की बैठक में डीएम ने दिये कई दिशा निर्देश फोटो कृषि टास्क : हरदेव भवन में कृषि टास्क फोर्स की बैठक में डीएम कुंदन कुमार व अन्य। बिहारशरीफ, कार्यालय प्रतिनिधि। कलेक्ट्रेट के हरदेव भवन में जिला कृषि टास्क फोर्स की बैठक हुई। डीएम कुंदन कुमार ने स्पष्ट कहा कि किसी भी हाल में खरीफ मौसम में यूरिया और डीएपी की कमी नहीं होनी चाहिए। जरूरतमंद किसानों को हर हाल में सहज रूप से उर्वरक उपलब्ध कराएं।
खाद की कालाबाजारी करने वालों पर नकेल कसने के लिए लगातार छापेमारी अभियान चलाएं। साथ ही मांग के अनुसार जिले में उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए मुख्यालय को ससमय अधियाचना भी भेजें। उन्होंने फार्मर रजिस्ट्री की समीक्षा के दौरान निर्देश दिया कि अंतिम पांच पायदान वाले प्रखंडों को चिन्हित करें तथा संबंधित प्रखंड के अंचलाधिकारी को उप विकास आयुक्त के स्तर से स्पष्टीकरण भेजें। यह सुनिश्चित करें कि पिछड़ने वाले प्रखंडों में भी फॉर्मर रिजस्ट्री की रफ्तार तेज हो। लक्ष्य के अनुसार खेती सुनिश्चित कराएं: उन्होंने कहा कि खरीफ मौसम में फसलों के अच्छादन लक्ष्य को शत प्रतिशत पूरा कराएं। इसके लिए कृषि विभाग के कर्मी एवं पदाधिकारी युद्ध स्तर पर कार्य करें। इस साल खरीफ मौसम में धान की खेती 1,47, 000 हेकटेयर में होनी है। जबकि अरहर की खेती 1300 हेक्टेयर में होनी है। इसके अलावा मक्का समेत अन्य फसलों की खेती होनी है। कृषि सखी का चयन जल्द करें: प्राकृतिक खेती के लिए जिले के 15 प्रखंडों में एक-एक क्लस्टर बनाया गया है। प्रत्येक क्लस्टर में दो-दो यानी 30 जीविका दीदियां ‘कृषि सखी के तौर काम करेंगी। साथ ही प्रत्येक तीन क्लस्टर पर बायो इनपुट रिसोर्स सेंटर(बीआरसी) बनने हैं। समीक्षा के दौरान डीएम ने जीविका के डीपीएम संजय पासवान को निर्देश दिया कि बीआरसी एवं कृषि सखी का चयन जल्द करें। इन योजनाओं की समीक्षा : बैठक में फार्मर रजिस्ट्री, ड्रोन से कीटनाशक एवं तरल उर्वरक का छिड़काव, नगदी फसल यथा मूंगफली, बेबी कॉर्न, स्वीट कॉर्न की खेती और उत्पादकता में वृद्धि, पीएम किसान सम्मान निधि, गरमा बीज वितरण, राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन योजना , पौधा संरक्षण परामर्श एवं उपादान वितरण , मिट्टी नमूना जांच, वर्मी कंपोस्ट पीट व गोबर गैस प्लांट तथा हरित चादर योजना की समीक्षा करते हुए डीएम ने संबंधित पदाधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिये। बैठक में ये थे मौजूद : बैठक में उप विकास आयुक्त श्रीकांत कुण्डलिक खांडेकर, जिला कृषि पदाधिकारी राजीव कुमार, जिला पशुपालन पदाधिकारी डा रमेश कुमार, जिला गव्य विकास पदाधिकारी जितेन्द्र कुमार, जिला विपणन पदाधिकारी अविनाश कुमार, जिला मत्स्य पदाधिकारी शंभु प्रसाद व अन्य मौजूद थे।
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