बोले भागलपुर: कहने को तो रिहायशी इलाका लेकिन कुव्यवस्था से भरा पड़ा
भागलपुर के तिलकामांझी क्षेत्र में ट्रैफिक जाम और खराब सफाई से लोग परेशान हैं। यहां पर अतिक्रमण और साप्ताहिक हटिया की वजह से आवागमन में कठिनाइयाँ हो रही हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि नगर निगम की...
शहर का तिलकामांझी इलाका कहने को तो रिहायशी है, लेकिन निगम की लापरवाही से यह इलाका खुदरा बाजार बनकर रह गया है। यहां कई डॉक्टरों के नर्सिंग होम हैं। एंबुलेंस और मरीजों का आना-जाना होता है। दिन में यहां से गुजरना मुश्किल है। क्योंकि मुख्य सड़क से लेकर गलियों तक में हाट लग रही है। यहां पहले हाट हुआ करती थी लेकिन अब नहीं है। जब से हाट हटी है तब से मोहल्ले की सड़कें ही हाट बन गईं। इसके कारण पूरे इलाके के लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी होती है। कई बार अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चला लेकिन सब ढाक के तीन पात हो गए। भागलपुर का रिहायशी इलाका तिलकामांझी, जहां जजेज कॉलोनी और दर्जनों नर्सिंग होम के अलावा डॉक्टरों, बड़े-बड़े प्रशासनिक पदाधिकारी और संपन्न वर्ग के लोगों की बड़ी तादाद है। इस इलाके में रहने वाले लोगों के समक्ष कई तरह की समस्याएं हैं। मूल समस्या आवागमन की है। तिलकामांझी के अंदर जितनी भी कॉलोनियां हैं उनमें प्रवेश के हर रास्ते पर बाजार लग रहा है। लोग अपनी चारपहिया गाड़ियों से आने-जाने में जाम से जूझते हैं। जिसके समाधान के प्रति कोई पहल होती दिखाई नहीं दे रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि वार्ड में नगर निगम की ओर से सफाई में भी दिक्कत है। इस कारण कई जगहों पर कचरे का ढेर जमा हो जाता है, जबकि नाला की सफाई नहीं होने से नाला जाम हो गया है। कुछ जगहों पर नाले का पानी भी सड़कों पर आ जाता है। इसके अलावा बिजली के कई पोल पर लगी लाइटें खराब होने से शाम होते ही अंधेरा छा जाता है, जिससे स्थानीय लोगों के साथ उस रूट से आवागमन करने वाले लोगों को दिक्कत होती है। जो नए पोल लगे हैं उसपर भी स्ट्रीट लाइटें नहीं लगी हैं। कई बार इस इलाके में चेन स्नेचिंग की घटना हो चुकी है। पूर्व पार्षद प्रसेनजीत कुमार सिंह उर्फ हंसल सिंह ने बताया कि जाम और अतिक्रमण तिलकामांझी इलाके की बड़ी समस्या है। इस कारण कई सारी समस्याएं पैदा हो जाती हैं।
उन्होंने बताया कि तिलकामांझी शीतला स्थान रोड की हालत जर्जर है, जिससे इस रूट से आवागमन करने वाले लोगों को काफी परेशानियों से जूझना पड़ता है। इस सड़क के बन जाने से भागलपुर शहर से जुड़ने वाले करीब 20 गांवों के लोगों को आवागमन में सुविधा होगी। स्थानीय पार्षद मीरा राय ने बताया कि तिलकामांझी भागलपुर शहर का वीआईपी इलाका माना जाता है। यहां न्यायिक पदाधिकारियों का आवास होने के साथ ही दर्जनों की संख्या में चिकित्सक और निजी हॉस्पिटल अटे-पड़े हैं। अलग-अलग क्षेत्र से जुड़े कई बड़े-बड़े ब्रांड के शोरूम और प्रतिष्ठान है। इन सब के बावजूद प्रशासन और वरीय पदाधिकारियों की उदासीनता के कारण लोग परेशानी का सामना करने को विवश हैं। तिलकामांझी चौक से हटिया रोड तक 40 फीट की सड़क है जहां अतिक्रमण के कारण सड़क के बड़े हिस्से पर जाम लगा रहता है। वहीं दूसरी ओर डॉक्टरों एवं अस्पताल प्रबंधन की ओर से मेडिकल वेस्टेज सड़क पर फेंक दिया जाता है, जिससे गंदगी फैल जाती है। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर सदर एसडीओ ने भी इस विषय पर बैठक की है। जल्द ही हटिया के पास की सड़क एवं आसपास के इलाकों से अतिक्रमण हटाया जाएगा। उन्होंने बताया कि वरीय पदाधिकारियों द्वारा इसको लेकर तैयारी की जा चुकी है। इसको लेकर नगर निगम के अतिक्रमण शाखा प्रभारी वशिष्ठ नारायण चौधरी ने बताया कि तिलकामांझी हटिया में अतिक्रमण की समस्या के समाधान के लिए प्रयास किया जा रहा है।
लगने वाली साप्ताहिक हटिया व्यवस्थित हो
पूर्व वार्ड पार्षद प्रसनजीत कुमार सिंह उर्फ हंसल सिंह ने बताया कि यह हटिया आज से नहीं, बल्कि कई वर्षों से लग रही है। इस साप्ताहिक हटिया को व्यवस्थित करने की जरूरत है। हटिया का सबसे बड़ा फायदा गरीब वर्ग को मिलता है, जिन्हें सस्ती दरों पर ताजी हरी सब्जियां आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं। हटिया अगर व्यवस्थित की जाती है तो क्षेत्र में आवागमन सुचारू रूप से हो सकेगा। तिलकामांझी का यह क्षेत्र मेडिकल हब के रूप में जाना जाता है। यहां शहर के टॉप 10 डॉक्टरों सहित विभिन्न चिकित्सा विशेषज्ञ हैं। हटिया के दिन सड़क पर जाम की स्थिति रहती है। जिससे मरीजों को अस्पताल पहुंचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि पुलिस और जिला प्रशासन को विशेष कदम उठाने की आवश्यकता है।
सड़क की स्थिति बदहाल सफाई की व्यवस्था नहीं
स्थानीय निवासी बमबम सिंह ने बताया कि शीतला स्थान रोड वाली गली की बदहाल स्थिति है। यह गली पूरे मोहल्ले को मुख्य मार्ग से जोड़ने का काम करती है। अंदर बसे कई कॉलोनियों का प्रवेश द्वार भी है। लेकिन वर्तमान में यह रास्ता पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। जिससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि इस इलाके कई जनप्रतिनिधियों का भी आवास है। कई डॉक्टरों द्वारा मेडिकल वेस्टेज को उचित स्थान पर नहीं फेंका जाता। जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने बताया कि साप्ताहिक हटिया के बाद भी कचरा किसानों द्वारा छोड़ दिया जाता है, जिससे बदबू होती है। नगर निगम को सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ करना चाहिए और उस रास्ते का निर्माण भी कराया जाना चाहिए।
इस मार्ग पर टोटो का रूट निर्धारित होने से परेशानी
स्थानीय निवासी कन्हैया सहाय ने बताया कि इस मार्ग पर टोटो का रूट निर्धारण करने से जाम की समस्या बनी रहती है। विशेष रूप से उस दिन जिस दिन साप्ताहिक हटिया लगती है। हटिया वाले दिन इस मार्ग पर चलना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को टोटो रूट निर्धारित करने से पहले अतिक्रमण हटाना चाहिए था या हटिया को व्यवस्थित करना चाहिए था। पहले हटिया के लिए पर्याप्त जगह थी, लेकिन बढ़ती आबादी और किसानों की संख्या में वृद्धि के कारण यह समस्या हो रही है। इलाके में कई डॉक्टरों ने अपनी डिस्पेंसरी बना ली है, अधिकांश के पास पार्किंग की उचित व्यवस्था नहीं है। इससे सड़क पर वाहन खड़े हो जाते हैं और जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। हटिया के दिन यातायात का रूट बदला जाए या बाजार को व्यवस्थित किया जाए ताकि लोगों को जाम से राहत मिल सके।
साफ-सफाई भी ठीक नहीं, लाइटें भी खराब
स्थानीय दुकानदार प्रदीप कुमार भगत ने नगर निगम की लापरवाही पर नाराजगी जताते हुए बताया कि इलाके में साफ-सफाई की व्यवस्था बेहद खराब है। बिजली खंभों की लाइटें लंबे समय से खराब पड़ी हैं। यह सुरक्षा के दृष्टिकोण से खतरनाक है। क्योंकि यह इलाका प्रमुख रूप से मेडिकल हब है। जहां शहर के अलावा आसपास के जिला सहित राज्य से भी लोग इलाज के लिए आते हैं। यहां रातभर लोगों की आवाजाही बनी रहती है, लेकिन अंधेरे और गंदगी के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि टोटो रूट निर्धारित होने के बाद से आए दिन टोटो चालकों और राहगीरों के बीच विवाद की स्थिति बनती रहती है। ट्रैफिक प्रबंधन की कमी और सड़कों पर अतिक्रमण के कारण जाम की समस्या आम हो गई है।
निगम क्षेत्र के सभी इलाकों की होगी सफाई
भागलपुर की महापौर डॉ. बसुंधरा लाल ने इस बाबत कहा कि जल्द ही तिलकामांझी इलाके समेत नगर निगम क्षेत्र के सभी वार्डों के इलाकों के बड़े और छोटे नालों की साफ-सफाई कराई जाएगी। जिससे नाला जाम और ओवरफ्लो की समस्या से क्षेत्र के लोगों को राहत मिल सके। बड़े नाला की सफाई गैंग लगाकर कराई जाएगी। तिलकामांझी हटिया समेत शहर के सभी जगहों से जहां-जहां अतिक्रमण किया गया है। वहां से अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा। इसको लेकर जल्द ही प्रशासन के वरीय पदाधिकारियों से मिलकर समाधान पर बात की जाएगी। हमारा प्रयास है कि सभी वार्डों के मोहल्ले में रहने वाले लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो। उनकी समस्या का समाधान हरसंभव किया जाएगा।
हाट का अस्तित्व खत्म, न हाट हटी न रोड का नाम बदला
भागलपुर, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। तिलकामांझी हटिया शहर की पुरानी हाट हुआ करती थी। अब हाट वास्तव में अस्तित्व में नहीं है, लेकिन यह पूरा इलाका ही अब हटिया बन गयी है। पुरानी हाट में सब्जी से लेकर जरूरत का हर सामान मिलता था। स्वरूप अब भी वही है लेकिन जगह नहीं है। सड़कों पर दुकानें लग रही हैं। इससे पूरा इलाका जाम रहता है और स्थानीय लोग इसमें पीसते हैं। यहां लोग दूर-दूर से सस्ती दरों पर हरी सब्जी समेत कई तरह की खरीदारी करने पहुंचते हैं। समय के बदलने के साथ यहां पर हटिया को लेकर कई तरह की समस्या भी उत्पन्न होने लगी है।
इस सड़क पर मुख्य रूप से जाम की समस्या है। स्थानीय लोगों के साथ इस सड़क से आवागमन करने वालों के लिए अधिक समस्या है। जिससे कई बार डॉक्टर के यहां मरीज को लाने के दौरान अधिक समय लग जाने के कारण मरीज की हालत गंभीर हो जाती है। पार्षद मीरा राय ने बताया कि छठ जैसे महापर्व में भी डॉक्टरो द्वारा मेडिकल वेस्टेज और गंदगी की साफ-सफाई का ख्याल नहीं रखा जाता है। जिसके कारण श्रद्धालुओं को मेडिकल वेस्टेज और गंदगी के बीच से गुजरना पड़ता है। उन्होंने बताया कि लोगों कि परेशानियों को ध्यान में रखते हुए नगर निगम प्रशासन पुलिस के प्रयास से इस सड़क से अतिक्रमण हटवाए। इसके बाद हटिया लगाने वालों को व्यवस्थित कर नियमानुसार तय स्थान पर मार्किंग कर हटिया लगाने की व्यवस्था की जाय। उन्होंने बताया कि जिस दिन हटिया लगायी जाती है, उस दिन पुलिस प्रशासन द्वारा टोटो, ऑटो का रूट परिवर्तित कर दिया जाना चाहिए। इससे न तो हटिया में खरीदारी करने वालों को दिक्कत होगी और न ही यात्रियों को जाम में फंसने से समय की बर्बादी होगी।
विधायक को बनवानी चाहिए शीतला स्थान रोड
पूर्व पाषर्द हंसल सिंह ने बताया कि नगर विधायक अजीत शर्मा द्वारा तिलकामांझी चौक से जाने वाली शीतला स्थान रोड बनवाया जाना चाहिए। जिससे आम लोगों को परेशानियों से छुटकारा मिल सके। इसके अलावा नगर निगम प्रशासन से वार्ड की नियमित साफ-सफाई कराने की मांग करते हुए बताया कि पूरे तिलकामांझी का पानी बहकर हथिया नाला में गिरता है। इसके आगे नाला निर्माण नहीं होने से बारिश होने पर नाला का पानी सड़क और तिलकामांझी के कई मोहल्ले में जमा हो जाता है। जिसके लिए नाला निर्माण कराया जाना आवश्यक है। नाला निर्माण होने से जलजमाव की समस्या से भी छुटकारा मिलेगा। उन्होंने बताया कि जिच्छो, तहबलपुर, धनकर समेत दर्जनों गांव के लोगों को इस सड़क के बन जाने से बड़ी राहत मिलेगी।
कोट
टोटो चालकों की लापरवाही और अव्यवस्थित पार्किंग के कारण सड़कों पर जगह-जगह जाम लग जाता है। खासकर व्यस्त समय और साप्ताहिक हटिया के दिन स्थिति और बिगड़ जाती है।
- महेश प्रसाद
टोटो रूट लागू होने से सड़कों पर जाम की समस्या गंभीर हो गई है, जिससे बाइक चलने में भी काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। जाम की समस्या का स्थाई समाधान जरूरी है।
- रोशन कुमार वर्मा
टोटो रूट निर्धारित होने के बाद से क्षेत्र में बढ़ती ट्रैफिक की समस्या बनी हुई है। पार्किंग व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए, ताकि जाम की समस्या से राहत मिल सके।
-रवि शंकर साह
इलाके में कई जगह स्ट्रीट लाइटें लंबे समय से खराब पड़ी हैं, जिससे अंधेरे के कारण सुरक्षा के दृष्टिकोण से सही नहीं है, अंधेरे की वजह से असामाजिक तत्वों की गतिविधियां बढ़ रही हैं।
- रजत दास
मेडिकल हब होने के बावजूद क्षेत्र में कई स्ट्रीट लाइटें खराब हैं, रात में आने-जाने में महिलाओं, बुजुर्गों को ज्यादा परेशानी होती है। क्योंकि अंधेरे की वजह से असामाजिक तत्वों की गतिविधियां बढ़ जाती हैं।
- पंकज पासवान
खासकर हटिया के दिन इलाके में गंदगी की समस्या गंभीर हो जाती है। हटिया खत्म होने के बाद इधर-उधर कचरा फेंक दिया जाता है, जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
- किशोर कुमार शर्मा
कुछ क्लीनिक द्वारा मेडिकल वेस्टेज भी खुले में फेंक दिया जाता है, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है। आवारा पशुओं के संपर्क में आकर और भी खतरनाक हो सकता है।
- नीतीश कुमार
मेडिकल वेस्ट सड़कों पर फेंका जाता है, जिससे बदबू और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। नगर निगम से नियमित सफाई व्यवस्था नहीं है। हटिया के दिन कचरा फेंक देने से लोगों को परेशानी होती है।
- गोपाल ठाकुर
यह इलाका एक महत्वपूर्ण मेडिकल हब है, जहां रोजाना सैकड़ों मरीज इलाज के लिए आते हैं, सफाई की उचित व्यवस्था नहीं की जाती है। निजी अस्पतालों और क्लीनिकों के आसपास कचरा पड़ा रहता है।
- चिराग सिंह
हटिया के बाद किसानों द्वारा सड़कों पर कचरा और सब्जियों के अवशेष फैला दिये जाते हैं, जिन्हें समय पर नहीं उठाया जाता। इससे बदबू फैलती है जिससे कठिनाई होती है।
- मंगल
नालों की सफाई समय पर नहीं की जाती है, जिससे बारिश के दिनों में जलजमाव की गंभीर समस्या उत्पन्न हो जाती है। जलजमाव के कारण दुर्गंध और मच्छरों का भी प्रकोप बढ़ जाता है।
- रवि
नालों में गंदगी और कचरा जमा होने के कारण पानी का बहाव बाधित हो जाता है, जिससे सड़कों पर पानी भर जाता है और लोगों को आने-जाने में दिक्कत होती है।
- गोलू
शिकायत
1. तिलकामांझी हटिया रोड में जाम से लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी है, गाड़ी लेकर निकलना मुश्किल होता है।
2. डॉक्टरों के क्लीनिकों और नर्सिंग होम का मेडिकल वेस्टेज सड़क पर फेंक दिया जाता है। जिससे संक्रमण का डर रहता है।
3. ऑटो और ई-रिक्शा का रूट बनाने से जाम की समस्या बढ़ी।
4. तिलकामांझी शीतला स्थान रोड जर्जर होने से शहर के साथ दर्जनों ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को आवागमन में होती है परेशानी।
5. बिजली पोल की लाइट खराब होने से शाम होते ही सड़कों पर अंधेरा छाया रहता है, लोगों को आवागमन में परेशानी होती है।
सुझाव
1. ऑटो और ई-रिक्शा का रूट परिवर्तित किया जाना चाहिए, जिससे हटिया के दिन जाम नहीं लगे।
2. वेंडिंग जोन में मार्किंग कर दुकानदारों के लिए दुकान लगाने की जगह सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
3. हटिया के दुकानदारों को सड़क किनारे वेंडिंग जोन बनाकर व्यवस्थित करने पर जाम से मिलेगी राहत।
4. विधायक फंड से तिलकामांझी चौक के समीप शीतला स्थान रोड का निर्माण किया जाना चाहिए।
5. तिलकामांझी में प्रवेश के लिए नगर निगम की ओर से लालबाग के पास स्वागत द्वार बनाया जाय।
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