जमुई: कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय को 2 के लिए नसीब नहीं हुआ अपना भवन
लक्ष्मीपुर में सरकार ने अभिवंचित लड़कियों को शिक्षित करने के लिए कस्तुरबा गांधी बालिका विद्यालय की स्थापना की। पहले चरण में अष्टम तक की पढ़ाई की व्यवस्था की गई, लेकिन भूमि की कमी के कारण बारहवीं तक के...
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लक्ष्मीपुर(नि. स.)सरकार स्कूल से अभिवंचित लड़कियों को शिक्षित करने के लिए तरह तरह की योजना शुरू की।जिसमें एक स्थाई योजना था प्रत्येक प्रखंड में कस्तुरबा गांधी बालिका विद्यालय स्थापित करने का।जिसके प्रथम चरण में सरकार ने प्रत्येक प्रखंड में कस्तुरबा आवासी विद्यालय की स्थापना किया।जिसका उद्देश्य था क्षेत्र के सुदूर गांव के एस सी,एस टी लड़कियों का नामांकन कर उसे शिक्षित करने का।प्रथम चरण में वर्ग अष्टम तक की पढ़ाई की व्यवस्था किया गया।उसके बाद प्रत्येक प्रखंड में फिर वर्ग नवम से बारहवीं तक की पढ़ाई के लिए भवन निर्माण की स्वीकृति दिया गया।लेकिन लक्ष्मीपुर एक वैसा प्रखंड है।जहां भूमि उपलब्ध नहीं रहने के कारण भवन निर्माण नहीं कराया जा सका।हालांकि दो वर्ष पूर्व लक्ष्मीपुर में भवन निर्माण की प्रक्रिया शुरू किया गया।भवन निर्माण के लिए फाउंडेशन भी बनाया गया।लेकिन ग्रामीण विभाग का जमीन होने के कारण मामला कानूनी पेंच में फंस कर रह गया।नतीजन संवेदक काम छोड़कर भाग खड़ा हुआ।अपना भवन नहीं रहने के कारण अष्टम पास होने के बाद बारहवीं तक की शिक्षा प्राप्त करने के लिए लड़कियों को जिले के दूसरे प्रखंड जाना पड़ता है।दूर होने के कारण कई लड़कियों अष्टम पास के बाद पढ़ाई छोड़ने को मजबूर हो जाते हैं।स्थानीय पदाधिकारी कानूनी पेंच लगाकर भवन निर्माण को रोक दिया।लेकिन इस दिशा में विकल्प के लिए कोई सकारात्मक पहल नहीं किए।जिसे पदाधिकारियों के उदासीनता का परिणाम कहा जाय तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी।सूत्र बताते हैं कि भूमि उपलब्ध कराने को लेकर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी प्राथमिक एवं समग्र शिक्षा जमुई ने प्रखंड विकास पदाधिकारी ,अंचलाधिकारी,प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी लक्ष्मीपुर को पत्र प्रेषित कर भूमि उपलब्ध कराने का आग्रह किया।लेकिन इस दिशा में पदाधिकारियों ने कोई सकारात्मक पहल नहीं किया।
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