जलजमाव से कुड़ारी में जलजनित बीमारी फैलने की आशंका
कुड़ारी गांव में जलभराव की समस्या से ग्रामीण परेशान हैं। घरों से गंदा पानी, सेप्टिक टैंक और बॉथरूम का पानी गली में बह रहा है। इससे बदबू और मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है, जिससे जलजनित बीमारियों का खतरा...

घरों से गंदा पानी के अलावा सेप्टिक टैंक व बॉथरूम का भी बहता है पानी जलनिकासी के लिए नाली का निर्माण नहीं किए जाने से हो रही है परेशानी (बोले भभुआ) रामपुर, एक संवाददाता। प्रखंड के कुड़ारी गांव की मुख्य गली में जलभराव से ग्रामीण परेशान हैं। रास्ते में न सिर्फ घरों में दैनिक कार्य के उपयोग में होने वाले पानी के अलावा सेप्टिक टैंक व बॉथरूम का भी गंदा पानी इसी रास्ते में बह रहा है। ज्यादा दिन गंदा पानी जमा रहने से उसमें से दुर्गंध निकल रही है, जिससे इस सूखे के मौसम में भी ग्रामीण जलजनित बीमारी से पीड़ित होने की आशंका जता रहे हैं। जमा पानी में लार्वा भी जन्म ले रहे हैं, जिससे मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। अभी तो दाएं-बाएं से ग्रामीण आ-जा रहे हैं, पर बरसात में मुश्किल हो जाता है। ग्रामीण शेखर उपाध्याय, मुबारक अंसारी, सतेन्द्र दुबे ने बताया कि कई घरों से शौचालय व बॉथरूम का गंदा पानी गली में बह रहा है। जलनिकासी के लिए नाली का निर्माण नहीं कराया गया है। इस कारण जलभराव की समस्या से हम ग्रामीण त्रस्त हैं। शेखर ने बताया कि पानी से निकल रही बदबू से घरों में बैठना, भोजन करना मुश्किल हो गया है। खिड़की-दरवाजा बंद करके घर में रहना पड़ रहा है। पंखा चलाने पर बदबू घरों में आ रही है। हमलोग काफी तकलीफ में हैं। गुहार लगाने के बाद भी जनप्रतिनिधि या अधिकारी कुछ नहीं कर पा रहे हैं। मुबारक बताते हैं कि मच्छरों के कारण रात की नींद हराम हो गई है। मच्छरदानी में घुसकर डंक मार दे रहे हैं। गलियों में खड़ा होकर बात करने के दौरान भी मच्छर काटते हैं। लार्वानाशक दवा का भी छिड़काव नहीं किया जा रहा है। पहले ग्रामीण स्वास्थ्य समिति गठित थी। तब कुछ काम हो रहा था। लेकिन, अब तो वह भी नहीं हो रहा है। कई गांवों के लोग आते-जाते हैं इस जलजमाव वाली गली से निसिझा के हरिहर सिंह, प्रमोद सिंह, बिगाऊ प्रसाद ने बताया कि कुड़ारी गांव की इस गली से निसिझा, रामपुर, भलुहां, पाली, तेनुआ आदि गांवों के ग्रामीण आते-जाते हैं। जलजमाव के बीच वाहनों का परिचालन जारी रहने से रास्ते में गड्ढा बन गया है। जलजमाव के कारण अंजान बाइक को यह पता नहीं चल पाता है कि गली में कहां गड्ढा है। इस कारण वह असंतुलित होकर गिर पड़ते हैं, जिससे उन्हें चोट लगती है और कपड़ व सामान गंदा पानी भींग जाता है। इससे उन्हें परेशानी होती है। ग्रामीणों ने बताया कि इस समस्या का समाधान कराने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों से लेकर जिला पदाधिकारी के जनता दरबार तक में गुहार लगाई गई है। लेकिन, अभी तक इस समस्या का समाधान नहीं हो सका है। फोटो- 26 अप्रैल भभुआ- 1 कैप्शन- रामपुर प्रखंड के कुड़ारी गांव के मुख्य मार्ग पर जमा गंदा पानी व गड्डे में फंसा ई-रिक्शा।
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