सीएचओ व कर्मी की कमी से हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बंद
रामपुर प्रखंड के कुड़ारी में 20 लाख रुपये की लागत से बना हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर एक साल से बंद है। स्वास्थ्य कर्मियों की कमी के कारण मरीजों को चेनारी अस्पताल जाने में परेशानी हो रही है। प्राथमिक...

निसिझा, भलुहां, धवपोखर, तेनुआ सहित कई गांवों के मरीज जा रहे चेनारी लंबी दूरी होने की वजह से मरीजों को आने-जाने में झेलनी पड़ती है परेशानी (पेज चार की फ्लायर खबर) रामपुर, एक संवाददाता। प्रखंड के कुड़ारी में 20 लाख रुपयों की लागत से बनकर तैयार हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में एक साल से ताला लटक रहा है। जब इसका कारण पता किया गया, तो मालूम चला कि सीएचओ एवं स्वास्थ्य कर्मियों की कमी के कारण उसमें चिकित्सा सेवा नहीं दी जा रही है। इस भवन का निर्माण कार्य पूरा कराने के बाद संवेदक द्वारा पिछले वर्ष स्वास्थ्य विभाग को हैंडओवर कर दिया गया है। लेकिन, इसमें अभी तक स्वास्थ्य सेवा शुरू नहीं की गई है। ग्रामीण उपेंद्र कुमार ने बताया कि इस हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के बंद रहने से कुड़ारी, निसिझा, भलुहां, धवपोखर, तेनुआ सहित कई गांवों के मरीज स्वास्थ्य जांच व इलाज कराने के लिए रोहतास जिले के चेनारी के अस्पताल में जा रहे हैं। यह सेंटर यहां के मरीजों के लिए अनुपयोगी बनकर रह गया है। वैसे तो इस प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक में डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों के अलावा अन्य स्टॉफ की कमी है। लेकिन, शासन के स्तर पर इस कमी को दूर नहीं किया जा रहा है, जिससे मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। बताया गया है कि जब भी जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक होती है, पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा प्रखंड के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों की कमी को दूर कराने की बात कही जाती है। लेकिन, यह काम सरकार के स्तर पर होना है। इसलिए मरीजों को समुचित स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। मरीजों को चेनारी या भभुआ के अस्पताल में स्वास्थ्य जांच या इलाज कराने जाने में वाहन किराया के अलावा समय भी नष्ट हो रहा है। बैठक में बताया जाता है डॉक्टर व कर्मियों की कमी इस संबंध में पूछने पर पीएचसी प्रभारी डॉ. रमेश कुमार ने बताया कि कुड़ारी अस्पताल में चार बेंड का भवन बनकर एक साल से तैयार है। संवेदक द्वारा इस भवन को विभाग को हैंडओवर भी कर दिया गया। लेकिन, चिकित्सक व कर्मियों के अभाव में बंद पड़ा है। जबकि उनके द्वारा जिला मुख्यालय में होनेवाली बैठक में वरीय अधिकारियों को अस्पतालों में डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों की कमी से अवगत कराया जाता रहा है। लेकिन, विभाग द्वारा उनका पदस्थापन नहीं किया जा रहा है। पीएचसी में डॉक्टर व कर्मी की कमी पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भी डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों की कमी है। यहां के डॉ. चंदन कुमार को अधौरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भेज दिया गया है। पीएचसी को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए चार चिकित्सक की आवश्यकता है। लेकिन, यहां सिर्फ दो ही चिकित्सक कार्य कर रहे हैं। इनमें से एक चिकित्सक सप्ताह में तीन दिन ही यहां ड्यूटी करते हैं। शेष दिन भगवानपुर प्रखंड के कसेर स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर मरीजों की स्वास्थ्य जांच व इलाज करते हैं। ऐसे में एक डॉक्टर को 24 घंटा ड्यूटी करने में परेशानी होती है। फोटो 22 फरवरी भभुआ- 5 कैप्शन- रामपुर प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में शनिवार को मरीजों की स्वास्थ्य जांच करते चिकित्सक।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।