विधानसभा में उठेगा बेगूसराय में बंद पड़े होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज का मुद्दा: राजकुमार
सदर प्रखंड के कंकौल स्थित प्रेक्षागृह में समारोह पूर्वक दो दिवसीय राज्य स्तरीय होम्योपैथिक वैज्ञानिक संगोष्ठी शुरू

बेगूसराय, निज प्रतिनिधि। बंद पड़े होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज को चालू कराने का मुद्दा विधानसभा में उठेगा। ताकि बेगूसराय में मेडिकल कॉलेज चालू हो सके। वैसे भी उत्तर बिहार में होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज की आवश्यकता है। यह बात मुख्य अतिथि के पद से मटिहानी के विधायक-सह- विधानसभा के सचेतक राजकुमार सिंह ने कहीं। वे होम्योपैथिक मेडिकल एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया बिहार ब्रांच के बैनर तले बेगूसराय प्रखंड के कंकौल स्थित बीपी मंडल ऑडिटोरियम एंड आर्ट गैलरी में राज्य स्तरीय दो दिवसीय वैज्ञानिक संगोष्ठी में चिकित्सकों व छात्र-छात्राओं के द्वारा उठाये गये मुद्दे को गंभीरता पूर्वक सुनने के बाद जवाब दे रहे थे। उन्होंने होम्योपैथिक चिकित्सा के जनक डॉक्टर हैंनिमेन के होम्योपैथिक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में विश्व मानवता में योगदान व महत्व पर प्रकाश डाला। चिकित्सकों एवं होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज के छात्र -छात्राओं ने होम्योपैथिक चिकित्सकों की अधिक संख्या में नियुक्ति की मांग सरकार से की गयी। इससे पहले बिहार विधानसभा के मुख्य सचेतक विधायक राजकुमार सिंह के अलावा होम्योपैथिक मेडिकल एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष डॉ. रामजी सिंह, सीसीएच के पूर्व एजुकेशन कमिटी के अध्यक्ष डॉ. एमके साहनी, होम्योपैथिक मेडिकल एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया बिहार ब्रांच के महासचिव डॉ. बी के तिवारी, अध्यक्ष डॉ. संजीव कुमार सिंह, ऑर्गेनाइजिंग अध्यक्ष डॉ. संजीव कुमार, उपाध्यक्ष डॉ. ओमप्रकाश गुप्ता, मीडिया प्रभारी- सह- कार्यक्रम कोषाध्यक्ष डॉ. रोहित कुमार, कोषाध्यक्ष डॉ. उमेश कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर सेमिनार का उद्घाटन किया। विधायक के द्वारा होम्योपैथिक चिकित्सा पर लिखी गई पुस्तकर्नत्व एवं सेमिनार की स्मारिका का भी विमोचन किया। पूर्व मुख्य पार्षद आलोक कुमार अग्रवाल ने होम्योपैथिक चिकित्सा के महत्व को स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर बताया। डॉ. एम के साहनी ने कहा कि बेगूसराय को बागी नामक एक सीरियल में देखे थे। लेकिन आज यहां आने के बाद नगर निगम का बेमिसाल बेगूसराय का बोर्ड देखने को मिला। पहले व आज में कितना बदलाव हुआ है। यह विकास के क्षेत्र में बदलते हुए बिहार की यह तस्वीर बताने के लिए काफी है। मनुष्य को जिंदा रखने के लिए होम्योपैथ को जिंदा रखें डॉ. रजत चटर्जी ने कहा कि मनुष्य को जिंदा रखने के लिए होम्योपैथिक को जिंदा रखें। मानवता की सेवा के लोगों पर चिकित्सा को जिंदा रखना आवश्यक है। चिकित्सकों ने कहा की होम्योपैथिक चिकित्सा में कोई साइड इफेक्ट नहीं है। शरीर पर कोई भी रसायन का दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है। किसी बीमारी को जड़ से समाप्त करता है। देश के विभिन्न राज्यों से रिसोर्स पर्सन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य एवं होम्योपैथिक चिकित्सक पहुंचे। उन्हें जिला इकाई की ओर से पौधा देकर सम्मानित किया गया। इसमें राज्य के विभिन्न जिले से लगभग 1200 चिकित्सक व राष्ट्रीय स्तर के एक दर्जन वक्ता पहुंचे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. रामजी सिंह ने की जबकि संचालन डॉ. संजीव कुमार ने किया। इस कार्यक्रम में बेगूसराय के डॉ. मुरारी, डॉ. रवीश, डॉ. अंकित कुमार, डॉ. राजा कुमार, कुन्दन कुमार एवं अन्य चिकित्सक उपस्थित रहे।
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