12 वर्षों बाद भी कांवर झील की 1500 एकड़ जमीन में विकास कार्य नहीं
बेगूसराय में 2012 में वन विभाग को 1500 एकड़ जमीन हस्तांतरित की गई थी, लेकिन 12 वर्षों में कोई विकास कार्य नहीं हुआ है। जदयू के नेता चितरंजन प्रसाद सिंह ने कहा कि सरकार हर साल विकास के लिए राशि देती...
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बेगूसराय,निज संवाददाता। वर्ष 2012 में एकम्बा मौजा के 2032 खेसरा के लगभग 1500 एकड़ जमीन वन विभाग को हस्तांतरित कर दिया गया था लेकिन 12 वर्षों के बाद भी वन विभाग के द्वारा किसी प्रकार का विकास कार्य नहीं किया गया है। इससे विदेशी पक्षियों की संभावित आवक नहीं बढ़ सकी है। जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष चितरंजन प्रसाद सिंह ने बताया कि कांवर क्षेत्र विकास के लिए हर वर्ष सरकार द्वारा राशि दी जाती है जिसका वन विभाग द्वारा वारा न्यारा किया जाता है। पौधरोपण के नाम पर लाखों रुपए विभाग द्वारा खर्च किया जाता है लेकिन कांवर क्षेत्र में दिनों दिन वृक्षों की कमी देखी जा रही है। कावर क्षेत्र में पेड़ों की कटाई बदस्तूर जारी है। डीएफओ अभिषेक कुमार ने बताया कि कांवर झील क्षेत्र के वन विभाग को हस्तांतरित जमीन पर विकास के लिए विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है। जयमंगला माता मंदिर परिसर के विकास कार्य के लिए योजना बनायी गई है।
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