सड़क से बनवा रहे रजिस्ट्रेशन प्लेट, तो ₹10000 का होगा जुर्माना; जानिए HSRP के फायदे और मेकिंग प्रोसेस
हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट को लेकर पहले से कड़े नियम बने हुए हैं। मध्य प्रदेश के जबलपुल हाई कोर्ट ने एक आदेश में कहा है कि 15 जनवरी 2024 तक प्रदेश के अंदर हर सिंगल गाड़ी पर HSRP होना जरूरी है।
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अरविंद शर्मा भोपाल में रहते हैं। उनके पास एक हैचबैक और एक मोटरसाइकिल है। दोनों गाड़ियां लगभग 5 से 6 साल पुरानी हैं। अरविंद अपनी दोनों गाड़ियों को एकदम चमकाकर रखते हैं। गाड़ी आगे-पीछे से ज्यादा खूबसूरत लगे इसके लिए उन्होंने एक फैंसी नंबर रजिस्ट्रेशन प्लेट भी लगवा रखी है। वही रजिस्ट्रेशन प्लेट जो सड़कों पर कई दुकाने कम कीमत में बना देती हैं। इस फैंसी रजिस्ट्रेशन प्लेट से अरविंद की गाड़ी तो बहुत खूबसूरत हो गई, लेकिन इस रजिस्ट्रेशन प्लेट को लगवाकर उन्होंने एक बड़ी गलती भी कर दी।
दरअसल, बीते दिनों उनकी कार चोरी हो गई। रात के अंधेरे में चोर कार को लेकर कहां गायब हो गया, इस बात की तलाश में पुलिस जुटी हुई है। यदि उनकी कार पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (HSRP) तो कहानी बदल सकती है। HSRP पर लिखे नंबर्स रात के घनघोर अंधेरे में भी CCTV में आसानी से कैप्चर हो जाते हैं। जिससे चोरी किए गए व्हीकल को ढूंढने में आसानी हो जाती है। इतना ही नहीं, कार पर अगर HSRP फ्यूल स्टीकर लगा होता तब भी वो गाड़ी को ढूंढने में मददगार होता।
वैसे, हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (HSRP) को लेकर पहले से काफी कड़े नियम बने हुए हैं। इसे लेकर अभी सख्ती नहीं हुई है, लेकिन अब चीजें बदल चुकी हैं। मध्य प्रदेश के जबलपुल हाई कोर्ट ने एक आदेश में कहा है कि 15 जनवरी 2024 तक प्रदेश के अंदर हर सिंगल गाड़ी पर HSRP होना जरूरी है। बता दें कि इसे लेकर दिल्ली में तो 5000 से लेकर 10,000 रुपए तक जुर्माना किया जा रहा है।
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HSRP क्या होती है, ये क्यों जरूरी?
हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (HSRP) किसी भी व्हीकल के लिए कितनी जरूरी है, इसे लेकर देश की सबसे बड़े मैन्युफैक्चर रोसमेर्टा टेक्नोलॉजीज (Rosmerta Technologies) के स्पोक्सपर्सन महेश मल्होत्रा ने काफी डिटेल से जानकारी शेयर की। उन्होंने बताया कि सेंट्रल मोटर व्हीकल रूल 50 के मुताबिक, किसी भी गाड़ी की रजिस्ट्रेशन प्लेट की मोटाई, साइज और फॉन्ट को लेकर नियम बना हुआ है। लोग अपनी गाड़ी में HSR प्लेट लगवा रहे हैं। वहीं, कई लोग इनकी जगह दूसरी रजिस्ट्रेशन प्लेट लगवा लेते हैं। नियम के हिसाब से रजिस्ट्रेशन प्लेट की थिकेनस 1mm होनी चाहिए। वहीं, गाड़ी के हिसाब से इसका साइज 280x45, 200x100, 340x200 और 500x120 होना चाहिए हैं। इन साइज की HSR प्लेट का इस्तेमाल टू-व्हीलर्स, थ्री-व्हीलर्स और फोर-व्हीलर पर किया जाता है। गाड़ी की आगे और पीछे की प्लेट का साइज अलग हो सकता है। पर्सनल और कमर्शियल व्हीकल के हिसाब से प्लेट का कलर भी चेंज हो जाता है।
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हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (HSRP) पर जिन कलर्स और फॉन्ट का इस्तेमाल किया जाता है वो रिफ्लेक्टिव कलर्स होते हैं। इन कलर्स को एक खास तरह की एल्युमिनियम प्लेट पर लगाए जाते हैं। इन कलर्स की खास बात ये है कि जब इनके ऊपर लाइट पड़ती है तब ये शाइन करते हैं। साथ ही, CCTV कैमरा में भी ये आसानी से कैप्चर होती हैं। ये कलर्स व्हाइट, यलो और ग्रीन होते हैं। इन प्लेट के नंबर्स को प्रेस किया जाता है, जो हमेशा के लिए उभर जाते हैं। इन नंबर्स के ऊपर एक खास तरह की लेयर लगाई जाती है। जिसके ऊपर INDIA लिखा होता है। यदि किसी रजिस्ट्रेशन प्लेट पर यूनिट लेजर नंबर भी लिखा है तब ये यूनिवर्स होता है। यानी एक प्लेट पर इस नंबर का इस्तेमाल एक बार ही होता है। इसे इस तरह समझ सकते हैं कि एक ही व्हीकल आगे और पीछे रजिस्ट्रेशन प्लेट पर यूनिट लेजर नंबर अलग होता है। इन प्लेट पर ब्लू रंग में अशोक चक्र का हॉट-स्टैंप्ड क्रोमियम-बेस्ड 20mm X 20mm होलोग्राम भी होता है।
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HSRP की कीमत और ऑनलाइन बनवाने की प्रोसेस
HSRP की कीमत की बात करें तो ये व्हीकल और ब्रांड के हिसाब से इसकी कीमत में करीब 100 रुपए तक का अंतर आ सकता है। नया व्हीकल खरीदने पर डीलर्स की तरफ से आपको HSRP दी जाती है। टू-व्हीलर के लिए इसकी कीमत ब्रांड के हिसाब से 400 से 500 रुपए हो सकती है। वहीं, फोर-व्हीलर के लिए इसकी कीमत 1100 से 1200 रुपए तक हो सकती है। इसके अवाला एक ही शहर में भी इनकी कीमत में अंतर देखने को मिल सकता है। यदि आपका व्हीकल पुराना है तो आप HSRP के लिए घर बैठे ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। इसके लिए इन स्टेप को फॉलो करना होगा।
1. इसके लिए सरकार द्वारा ऑथराइज्ड रजिस्ट्रेशन पोर्टल Bookmyhsrp.com पर जाएं।
2. यहां रजिस्ट्रेशन प्लेट, कलर स्टीकर, रिप्लेसमेंट या अपना जरूरी ऑप्शन सिलेक्ट करें।
3. अब व्हीकल नंबर, चेसिस नंबर, इंजन नंबर, एड्रेस, कॉन्टैक्ट,फ्यूल सभी जैसी जरूरी डिटेल दें।
4. आपका व्हीकल प्राइवेट यूज के लिए है तो व्हीकल कैटेगरी के तहत 'non-transport' पर क्लिक करें।
5. अब फॉर्म सबमिट करें। आपको रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक यूजर नेम और पासवर्ड मिल जाएगा।
6. पेमेंट करने के लिए यूजर नेम और पासवर्ड का यूज करके लॉगिन करें। पेमेंट के बाद रसीद भी मिल जाएगी।
7. अब जैस आपके व्हीकल की HSRP तैयार हो जाएगी, आपको मैसेज के जरिए इसकी जानकारी मिल जाएगी।
ग्राफिक: नरेंद्र जिझोतिया
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